रोड़िक कंसल्टेंट द्वारा तैयार डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए अब यूपी के अस्पतालों तक तत्काल पहुंचेगी ऑक्सीजन
- इस डिजीटल प्लेटफार्म के माध्यम से ऑक्सीजन की सप्लाई से जुड़े वाहनों की रियल टाइम लोकेशन की मॉनिटरिंग व ट्रेकिंग से अस्पतालों के लिए सुलभ हो सकेगी ऑक्सीजन की व्यवस्था
नोएडा (अमन इंडिया)। राजधानी दिल्ली समेत देश भर के सभी सरकारी व निजी अस्पताल अभी ऑक्सीजन की समस्या का सामना कर रहे हैं। अस्पतालों में आक्सीजन को लेकर मची हाय-तौबा के बाद अब रोड़िक कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा उत्तर प्रदेश के लिए एक ऐसा पोर्टल तैयार किया गया है जिसके जरिए जरूरतमंद अस्पताल तक तत्काल ऑक्सीजन पहुंचाई जा सकेगी। “ऑक्सीजन मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर यूपी” नामक इस डिजीटल प्लेटफार्म के माध्यम से ऑक्सीजन की सप्लाई से जुड़े वाहनों की रियल टाइम लोकेशन की मॉनिटरिंग व ट्रेकिंग से अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था सुलभ हो सकेगी।
रोड़िक कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा डिजिटल प्लेटफ़ार्म “ऑक्सीजन मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर यूपी”, उत्तर प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, चिकित्सा शिक्षा विभाग, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, परिवहन एवं गृह विभाग के सहयोग से तैयार किया गया है। इस कंपनी के प्रतिनिधि ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले सरकारी एवं निजी अस्पतालों में मौजूद रहकर समयबद्ध रूप से ऑक्सीजन की सुगम आपूर्ति कराना सुनिश्चित करेंगे।
इस पहल को लेकर रोड़िक कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मनीष त्यागी ने कहा, “देश इस वक़्त विषम परिस्थितियों का सामना कर रहा है। इस चुनौतीपूर्ण समय में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के सुचारु संचालन के लिए अस्पतालों तक ऑक्सीज़न की निर्बाध आपूर्ति अति महत्वपूर्ण है। इस डिजिटल प्लेटफ़ार्म के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई से जुड़े वाहनों की रियल टाइम लोकेशन मॉनिटरिंग व ट्रेकिंग से अस्पतालों तक मांग और जरूरत के अनुरूप कम से कम समय में ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा सकेगी। हमें उम्मीद है कि “ऑक्सीजन मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर यूपी” पहल के जरिए हम अधिक से अधिक लोगों की ज़िंदगी बचाने में कामयाब होंगे। इस प्लेटफॉर्म को तैयार करने की पूरी प्रक्रिया में हमें प्रदेश सरकार का महत्वपूर्ण सहयोग मिला है।
“ऑक्सीजन मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर यूपी” के लिए वेब पोर्टल/लिंक तैयार किया गया है, जिसको ऑक्सीजन सप्लाई चेन से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा प्रयोग किया जा सकेगा। कंपनी के प्रतिनिधिगण अस्पताल की ऑक्सीजन आवश्यकता का विवरण पोर्टल पर अपलोड करेंगे। पोर्टल पर ऑक्सीजन सप्लाई में लगे वाहनों की ऑनलाइन उपस्थिति को ट्रैक करते हुये निकटस्थ वाहन को अस्पताल के लिए रवाना किया जायेगा। इससे जहाँ एक ओर वहां पर ऑक्सीजन की मॉग शीघ्र पूर्ण होगी वहीं निर्धारित वाहन के पहुंचने में लगने वाले समय की भी बचत होगी। साथ ही, प्रदेश में ऑक्सीजन की सप्लाई से जुड़े वाहनों की रियल टाइम लोकेशन की इस डिजीटल प्लेटफार्म के माध्यम से मॉनिटरिंग व ट्रेकिंग होने से अस्पतालों की मांग पर यथाशीघ्र ऑक्सीजन की व्यवस्था सुलभ हो सकेगी। ऑक्सीजन सप्लाई कार्य में लगे वाहनों को इस प्लेटफार्म से जोड़ा जायेगा, ताकि उनकी रियल टाईम लोकेशन ज्ञात रहे। कंपनी के प्रतिनिधि रिफिल स्टेशन पर भी उपस्थित रह कर इस कार्य में सहयोग करेंगे। यह भी प्रयास किया जा रहा है कि हर ऑक्सीजन वाहन पर ड्राईवर की पर्याप्त संख्या रहे, ताकि निर्वाध गति से उनका आवागमन हो सके।
ऑक्सीजन की समस्या से निपटने के लिए डिजीटल प्लेटफार्म "ऑक्सीजन मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर यूपी" अपनाने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों इसका उद्घाटन किया गया। प्रदेश के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में कोविड-19 के वर्तमान संकट काल में उत्पन्न हुई ऑक्सीजन की समस्या से निपटने के लिए यह काफी कारगर साबित होगा।