अमेरिकी क्रूड इन्वेंटरी में गिरावट के बाद तेल की कीमतों में सुधार होने पर सोने ने अपनी चमक कायम रखी



सोने में स्थिरता, तेल ने खोई जमीन फिर से हासिल की



दिल्ली (अमन इंडिया )। सोना गुरुवार को स्पॉट गोल्ड 0.05 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 1802.6 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। अमेरिकी डॉलर में नरमी का लाभ बुलियन धातु को मिला। बेंचमार्क यूएस ट्रेजरी यील्ड के पीछे हटने से भी बुलियन धातु की अपील को मजबूती मिली। हालांकि, अमेरिकी अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार का असर सेफ हैवन एसेट सोने पर पड़ा।


बॉन्ड पर कम रिटर्न ने इस सप्ताह पीली धातु की कीमतों को ऊंचा रखा क्योंकि उच्च ब्याज दरें सोने को रखने की अवसर लागत को बढ़ाती हैं।पिछले महीने अमेरिकी फेडरल रिजर्व पॉलिसी बैठक के मिनट्स ने एसेट पर्चेज प्रोग्राम की अपेक्षा से अधिक तेजी से कम होने के संकेत दिए। बढ़ती मुद्रास्फीति की चिंताओं के बावजूद अपेक्षाकृत अधिक बेरोजगारी के आंकड़े अभी भी यूएस  के


केंद्रीय बैंक के लिए चिंता का प्रमुख विषय बने हुए हैं। हालांकि, एक सख्त विस्तारवादी नीति पर अमेरिकी डॉलर और ट्रेजरी यील्ड में कमी आने का कोई संकेत नहीं है।


डेल्टा वैरिएंट कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि ने प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में लॉकडाउन के सख्त उपायों से जुड़ी चिंताओं को बढ़ाया जो आर्थिक सुधार को बेपटरी कर सकता है।


कच्चा तेल डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमत 1 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 72.9 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुई जबकि एमसीएक्स क्रूड की कीमत लगभग 0.6 प्रतिशत बढ़कर 5423 रुपए प्रति बैरल पर बंद हुई।


एनर्जी इंफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन के आंकड़ों के मुताबिक यूएस क्रूड इन्वेंट्री के 6.9 मिलियन बैरल से अधिक गिरने के बाद क्रूड ऑयल ने खोई जमीन को फिर से हासिल कर लिया।


ओपेक समूह की ओर से आने वाले महीनों में उत्पादन रुख पर कोई स्पष्टता नहीं होने से कल के सत्र में तेल पर दबाव बना रहा, जिससे बाजार की धारणा प्रभावित हुई। तेल निर्यातक समूह ग्रुप के वास्तविक नेता सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में कोई डील नहीं होने से बढ़ती वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए आपूर्ति बढ़ाने के लिए एक समझौते पर पहुंचने में विफल रहा। 


इसके अलावा, डेल्टा वैरिएंट के मामलों में वृद्धि के बाद एशिया, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप के कई क्षेत्रों में महामारी को रोकने के लिए कड़े प्रतिबंधों की चिंता ने कीमतों पर और दबाव डाला।


एनर्जी इंफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन (ईआईए) की रिपोर्ट के अनुसार, यूएस ऑयल का उत्पादन 2021 में 210, 000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) घट कर 11.10 मिलियन बीपीडी होने का अनुमान है, जो 230,000-बीपीडी ड्रॉप के पहले के पूर्वानुमान से कम है।


आधार धातु एलएमई पर कल के कारोबारी सत्र में एल्युमीनियम और कॉपर में सबसे ज्यादा गिरावट आई। कमजोर अमेरिकी मुद्रा ने डॉलर मूल्यवर्ग की औद्योगिक धातु कीमतों के लिए कुछ समर्थन बढ़ाया; अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से उम्मीद से पहले एसेट पर्चेज प्रोग्राम को कम करने की संभावनाओं ने कीमतों पर दबाव डाला।

चीन के स्टेट रिजर्व मेटल ऑक्शन के पहले दौर के सफल होने के बाद चीन के नेशनल फूड एंड स्ट्रैटेजिक रिजर्व्स एडमिनिस्ट्रेशन ने कमोडिटी की कीमतों को कम करने के प्रयास में आने वाले समय में इन्वेंटरी जारी करने की घोषणा की।

5 जुलाई’21 को धातु की नीलामी, जिसमें 1 लाख टन कॉपर, एल्युमिनियम और जिंक की पेशकश की गई थी, बिक्री के लिए आवंटित दो दिनों में से पहले दिन संपन्न हुई। औद्योगिक धातुओं की वैश्विक आपूर्ति में वृद्धि और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में डेल्टा वैरिएंट के तेज प्रसार की संभावनाएं निवेशकों को सतर्क कर सकती हैं।

तांबा दुनिया की सबसे बड़ी धातु खपत वाली अर्थव्यवस्था में कमजोरी के बाद चीन द्वारा पॉलिसी में ढील देने की उम्मीद में एलएमई कॉपर 1.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 9323.0 डॉलर प्रति टन पर बंद हुआ था। प्रथमेश माल्या एवीपी- रिसर्च, नॉन-एग्री कमोडिटीज और करेंसी, एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड