ग्लोबल स्टूडेंट लोन में लीडर प्रोडिजी फाइनेंस ने कोविड-19 की वजह से बंद बाजारों के लिए स्टूडेंट्स से लोन एप्लिकेशन आमंत्रित किए


यूके, फ्रांस और चीन के छात्र अब कंपनी के साथ पोस्टग्रेजुएट एजुकेशन लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं

दिल्ली (अमन इंडिया)। विदेशों में पोस्टग्रेजुएट कोर्सेस की पढ़ाई करने के इच्छुक स्टूडेंट्स को फाइनेंशियल गेटवे की पेशकश करने के मिशन पर काम कर रही क्रॉस-बॉर्डर स्टूडेंट लोन देने वाली लीडिंग कंपनी प्रोडिजी फाइनेंस ने यूके, चीन और फ्रांस जैसे देशों के लिए अपने स्टूडेंट लोन ऑपरेशंस फिर से शुरू कर दिए हैं। इन देशों में कोविड-19 महामारी की वजह से लोन ऑपरेशंस अस्थायी तौर पर बंद कर दिए गए थे।

कोविड-19 दुनियाभर में उथल-पुथल का कारण बना, जिसकी वजह से कई देशों ने अपनी सीमाओं को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया था। दुनिया की अर्थव्यवस्था को गहरा आघात देने के साथ ही कई बिजनेस कोविड-19 की वजह से धराशायी हो गए और इस दौरान स्टूडेंट्स के शिक्षा अधर में लटक गई थी। चूंकि, प्रोडिजी फाइनेंस जैसी लोन देने वाली कंपनियां वायरस और निवेशकों की कमी के कारण कुछ बंद पड़े बाजारों में सेवाएं देने में असमर्थ थी, इस वजह से छात्रों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। इंटरनेशनल एजुकेशन को प्रायोजित करने के लिए उन्हें अन्य फाइनेंशियल संस्थानों की ओर रुख करना पड़ा था। अब हालात बदल रहे हैं। कोविड-19 भी दुनिया के प्रमुख हिस्सों में कमजोर पड़ रहा है और नए निवेशक लोन को फंड करने के लिए आगे रहे हैं। इस आधार पर अपने यूनिक ग्लोबल क्रेडिट मॉडल के साथ प्रोडिजी फाइनेंस स्टूडेंट्स को फिर से लोन के लिए आवेदन करने और अपनी शैक्षणिक यात्रा की नए सिरे से मैपिंग करने का आग्रह करता है। ताकि वे विदेशी यूनिवर्सिटियों में स्टेम (STEM) विषयों, एमबीए प्रोग्राम्स आदि में दाखिला लेकर अपना सपना पूरा कर सके।

प्रोडिजी फाइनेंस के कंट्री हेड इंडिया मयंक शर्मा ने अपने रीओपनिंग प्लान पर कहा, “निश्चित तौर पर 2020 एक मुश्किल वर्ष रहा है। फाइनेंशियल मार्केट पर कोविड-19 के प्रभाव की वजह से हम उन देशों में काम नहीं कर सके, जहां हम फंड कर सकते थे। इस दौरान बेकार बैठने के बजाय हमने महामारी के बाद की दुनिया के लिए तैयारी की और छात्रों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए नए आइडिया पर मंथन किया। जैसे-जैसे देश अपने टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं और बाजार सामान्य स्थिति में लौटने के संकेत दे रहे हैं, हम उन देशों में अपने प्रोडक्ट्स के जरिए दोबारा ऑपरेशंस शुरू करने को लेकर उत्साहित हैं। खासकर ऐसे देशों में जो निवेशकों की कमी की वजह से हमारे फंडिंग क्षेत्र से बाहर थे। अब हम अपने बढ़ते कस्टमर बेस में अधिक से अधिक खुशहाल चेहरों को शामिल कर सकते हैं और अधिक छात्रों को फंडिंग कर सकते हैं।"

प्रोडिजी फाइनेंस भारत का लीडिंग हायर एजुकेशन लोन प्रोवाइडर है। इसने हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका में 12 नए कॉलेजों के साथ पार्टनरशिप की है। इसे मिलाकर अब प्रोडिजी फाइनेंस दुनियाभर के 800 कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में 1000 पोस्टग्रेजुएट कोर्सेस के लिए फंडिंग कर रहा है। इसके साथ ही ब्रांड ने अपने ओवरसब्सक्राइब्ड, शुरुआती एए-रेटेड सोशल बॉन्ड जारी करने के साथ ऐसा करने वाले दुनिया के पहली स्टूडेंट फाइनेंस कंपनी होने का गौरव भी हासिल किया है। 2007 में अपनी स्थापना के बाद से कंपनी ने 1 बिलियन डॉलर के लोन वितरित किए हैं और 135 देशों के 20,000 से अधिक छात्रों के लिए मार्केटिंग, फाइनेंस, ह्यूमन रिसोर्सेस समेत कई अन्य क्षेत्रों में अपनी पढ़ाई को जारी रखने की राह दिखाई है।

प्रोडिजी फाइनेंस के बारे में

प्रोडिजी फाइनेंस अंतरराष्ट्रीय स्नातकोत्तर छात्रों के लिए एक प्रमुख सीमा-पार लेंडर है जो आपकी वर्तमान परिस्थितियों के बजाय आपकी भविष्य की कमाई क्षमता के आधार पर उधार देता है और लोन लेने के लिए सह-हस्ताक्षरकर्ता या कोलेटरल की आवश्यकता नहीं होती है। कंपनी को 2007 में इस विश्वास के साथ शुरू किया गया था कि एक टॉप विश्वविद्यालय में भाग लेना एक जीवन-बदलने वाला अवसर होता है और इसे उन सभी के लिए उपलब्ध होना चाहिए जिनके पास पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना आगे जाने क्षमता है। यह व्यापार, इंजीनियरिंग, कानून, सार्वजनिक नीति और स्वास्थ्य विज्ञान के क्षेत्र में सिक्योरिटी की आवश्यकता के बिना शिक्षा ऋण प्रदान करता है, जो दुनिया भर के 800 से अधिक स्कूलों में सह-हस्ताक्षरकर्ता या गारंटर है।