नोयडा (अमन इंडिया)। पैर सड़ने से परेशान बेघर व्यक्ति को फेलिक्स अस्पताल ने किया भर्ती मानवता मरती जा रही है और हर इंसान अपनी ही उलझनों में व्यस्त है | शुक्रवार को जीता जागता उदाहरण को मिला। पैरों में कीड़े पड़े एक विक्षिप्त व्यक्ति को जब कहीं भी भर्ती नहीं किया गया तो कुछ जागरूक व्यक्तियों ने फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ डी. के. गुप्ता से संपर्क किया। व्यक्ति की हालत का पता लगते ही फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ. डी. के. गुप्ता ने आनन फानन में रोगी को फेलिक्स अस्पताल में एडमिट करवाया | कुछ समाजसेवियों की मदद से घटना सभी के सामने आयी। फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ. डीके गुप्ता ने विक्षिप्त व्यक्ति का निशुल्क इलाज करने की बात कही है। अजय नाम के व्यक्ति को आठवें तल पर भर्ती किया गया है। व्यक्ति के दाहिने पैर को पूरी तरह से कीड़े ने खा लिया है। इस कारण उसका पैर सड़ गया है। डॉ. मयंक मंगल (प्लास्टिक सर्जन) की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। भर्ती करने के बाद पैर की ड्रेसिंग की गई है। डॉक्टर ने बताया कि जरूरत पड़ने पर पैर की सर्जरी की जाएगी । क्योंकि पैर पूरी तरह से सड़ चुका है।
अस्पताल का मकसद बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है। इसी को ध्यान में रखकर उसका उपचार किया जा रहा है। व्यक्ति के स्वजन से संपर्क किया जा रहा है। अस्पताल की डायरेक्टर डॉ रश्मि गुप्ता ने कहा कि मरीज का इलाज ही हमारी प्राथमिकता है | हमारी पूरी टीम मरीज के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे है । लोगों की सेवा करने के मकसद से डॉक्टर बने हैं। इलाज के बाद जब लोग ठीक हो जाते हैं तो जितनी खुशी मरीज को मिलती है उतनी है अस्पताल को मिलती है और वो मरीजों का इलाज पूरी तन्मयता के साथ में करते हैं ताकि उनके पेशेंट जल्द से जल्द स्वस्थ हो सके। डॉक्टर बनने का मनोरथ पैसे कमाना नहीं बल्कि मरीजों की सेवा करना था और इसी मनोरथ से वह दिन-रात उपचार में लगे रहते हैं।