दिल्ली/एनसीआर (अमन इंडिया) । जाने-माने मनोचिकित्सक डॉ. समीर पारीख के नेतृत्व में मेंटल हेल्थ एवं बिहैवियरल साइंसेज़ विभाग, फोर्टिस हेल्थकेयर ने आज दिल्ली/एनसीआर 24 नवंबर, 2022: जाने-माने मनोचिकित्सक डॉ. समीर पारीख के नेतृत्व में मेंटल हेल्थ एवं बिहैवियरल साइंसेज़ विभाग, फोर्टिस हेल्थकेयर ने आज फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम में देश के सबसे बड़े और एकमात्र साइकोलॉजी क्विज़ साइक-एड के ग्रैंड फिनाले का आयोजन किया। साइक-एड का अनूठा फॉर्मेट छात्रों को मनोविज्ञान से जुड़ने और इसकी अवधारणाओं को लेकर उत्साहित बनाने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है। इस क्विज़ को जी.डी. गोयनका यूनिवर्सटी का समर्थन प्राप्त है जो इस क्विज़ के शीर्षक प्रायोजक हैं। इसके अलावा, रूपा पब्लिकेशंस और गेट-अ-व्हे आइसक्रीम्स इस कार्यक्रम के सहायक प्रायोजक हैं। साथ ही, प्रोजेक्ट सीएसीए साइक-एड 2022 के लिए नॉलेज पार्टनर है।
पूरे देश के 215 शहरों के 900 स्कूलों ने क्विज़ के पहले ऑनलाइन राउंड में हिस्सा लिया जिसका आयोजन 7 नवंबर को किया गया था। पहले राउंड के बाद 12 टीमें 6 ज़ोनल फाइनल में पहुंच गए जिन्होंने ग्रैंड फिनाले में जगह बनाने के लिए मुकाबले किया। ग्रैंड फिनाले में 7 टीमों ने क्वालिफाई किया जो 6 ज़ोनल राउंड के विजेता थे। ये टीमें थीं- द बीएसएस स्कूल - कोलकाता, क्राइस्ट जूनियर कॉलेज - बेंगलुरू, नेवी चिल्ड्रेन स्कूल - मुंबई, मयूर स्कूल - अजमेर, सागर पब्लिक स्कूल - भोपाल और बाल भारती स्कूल, पीतमपुरा।
इन टीमों ने कई राउंड्स में चुनौतीपूर्ण सवालों से जूझते हुए उत्साह का प्रदर्शन किया और........... टीम साइक-एड 2022 को विजेता घोषित किया गया। ............... टीम फर्स्ट रनर अप रही और..... टीम सेकेंड रनर अप रही।
विजेता टीम के छात्रों ने क्विज़ में हिस्सा लेने को लेकर अपने उत्साह और जोश के बारे में कहा, "हम साइक-एड 2022 में जीतने को लेकर बहुत ही उत्साहित हैं! यह बहुत ही शानदार और सिखाने वाला सफर रहा। हमें बहुत मज़ा आया। हमें उम्मीद है कि साइक-एड में हमें बेहतरीन प्रतिभाओं के मार्गदर्शन में सीखने के सबसे अच्छे अनुभव के लिए हर साल ज़्यादा से ज़्यादा स्कूल हिस्सा लेते रहेंगे।"
डॉ. आशुतोष रघुवंशी, मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, फोर्टिस हेल्थकेयर ने कहा, "फोर्टिस में हम यह कोशिश करते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य और इससे जुड़ी चिंताओं के प्रति लोगों में जागरूकता और संवेदनशीलता बढ़े। साइक-एड, मेंटल हेल्थ एंड बिहैवियरल साइंसेज़ विभाग की ओर से शुरू किया गया अनोखा प्रयास है जो स्कूल के दिनों से ही मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के हमारे दृष्टिकोण के मुताबिक है।"
डॉ. समीर पारीख, डायरेक्टर, फोर्टिस नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम ने कहा, "मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करना और उसे प्राथमिकता बनाना फोर्टिस हेल्थकेयर का लंबी अवधि का मिशन और लक्ष्य रहा है। साइक-एड इस दिशा में पहला कदम है जहां हम युवाओं से जुड़ रहे हैं और मानसिक स्वास्थ्य व मनोविज्ञान के प्रति समझ विकसित करने का अनोखा तरीका तैयार कर रहे हैं। मानसिक स्वास्थ्य ऐसा विषय है जिस पर बहुत कम बात होती है और एकेडमिक बिरादरी को युवाओं के बीच संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए एक साथ सामने आना चाहिए।" किया। साइक-एड का अनूठा फॉर्मेट छात्रों को मनोविज्ञान से जुड़ने और इसकी अवधारणाओं को लेकर उत्साहित बनाने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है। इस क्विज़ को जी.डी. गोयनका यूनिवर्सटी का समर्थन प्राप्त है जो इस क्विज़ के शीर्षक प्रायोजक हैं। इसके अलावा, रूपा पब्लिकेशंस और गेट-अ-व्हे आइसक्रीम्स इस कार्यक्रम के सहायक प्रायोजक हैं। साथ ही, प्रोजेक्ट सीएसीए साइक-एड 2022 के लिए नॉलेज पार्टनर है।
पूरे देश के 215 शहरों के 900 स्कूलों ने क्विज़ के पहले ऑनलाइन राउंड में हिस्सा लिया जिसका आयोजन 7 नवंबर को किया गया था। पहले राउंड के बाद 12 टीमें 6 ज़ोनल फाइनल में पहुंच गए जिन्होंने ग्रैंड फिनाले में जगह बनाने के लिए मुकाबले किया। ग्रैंड फिनाले में 7 टीमों ने क्वालिफाई किया जो 6 ज़ोनल राउंड के विजेता थे। ये टीमें थीं- द बीएसएस स्कूल - कोलकाता, क्राइस्ट जूनियर कॉलेज - बेंगलुरू, नेवी चिल्ड्रेन स्कूल - मुंबई, मयूर स्कूल - अजमेर, सागर पब्लिक स्कूल - भोपाल और बाल भारती स्कूल, पीतमपुरा।
इन टीमों ने कई राउंड्स में चुनौतीपूर्ण सवालों से जूझते हुए उत्साह का प्रदर्शन किया और........... टीम साइक-एड 2022 को विजेता घोषित किया गया। ............... टीम फर्स्ट रनर अप रही और..... टीम सेकेंड रनर अप रही।
विजेता टीम के छात्रों ने क्विज़ में हिस्सा लेने को लेकर अपने उत्साह और जोश के बारे में कहा, "हम साइक-एड 2022 में जीतने को लेकर बहुत ही उत्साहित हैं! यह बहुत ही शानदार और सिखाने वाला सफर रहा। हमें बहुत मज़ा आया। हमें उम्मीद है कि साइक-एड में हमें बेहतरीन प्रतिभाओं के मार्गदर्शन में सीखने के सबसे अच्छे अनुभव के लिए हर साल ज़्यादा से ज़्यादा स्कूल हिस्सा लेते रहेंगे।"
डॉ. आशुतोष रघुवंशी, मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, फोर्टिस हेल्थकेयर ने कहा, "फोर्टिस में हम यह कोशिश करते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य और इससे जुड़ी चिंताओं के प्रति लोगों में जागरूकता और संवेदनशीलता बढ़े। साइक-एड, मेंटल हेल्थ एंड बिहैवियरल साइंसेज़ विभाग की ओर से शुरू किया गया अनोखा प्रयास है जो स्कूल के दिनों से ही मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के हमारे दृष्टिकोण के मुताबिक है।"
डॉ. समीर पारीख, डायरेक्टर, फोर्टिस नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम ने कहा, "मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करना और उसे प्राथमिकता बनाना फोर्टिस हेल्थकेयर का लंबी अवधि का मिशन और लक्ष्य रहा है। साइक-एड इस दिशा में पहला कदम है जहां हम युवाओं से जुड़ रहे हैं और मानसिक स्वास्थ्य व मनोविज्ञान के प्रति समझ विकसित करने का अनोखा तरीका तैयार कर रहे हैं। मानसिक स्वास्थ्य ऐसा विषय है जिस पर बहुत कम बात होती है और एकेडमिक बिरादरी को युवाओं के बीच संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए एक साथ सामने आना चाहिए।"