दिल्ली (अमन इंडिया) । विभिन्न बाईक टैक्सी एग्रीगेटर्स जैसे रैपिडो, बैक्सी आदि के साथ हाल ही केवर्षों में भारत में बाईक टैक्सी सेक्टर ने ज़बरदस्त विकास दर्ज किया है। इनएग्रीगेटर्स ने परिवहन के पारम्परिक मॉडल को पूरी तरह से बदल डाला हैऔर महानगरों में आवागमन की कई मुश्किलों के लिए समाधान उपलब्धकराया है जैसे टै्रफिक जाम, ओवरलोडेड सड़कें और हानिकारक उत्सर्जन।
बढ़ती आबादी और परिवहन के अपर्याप्त विकल्पों के चलते स्थिति बदतरहोती चली जा रही है, जिसके चलते सड़कों पर निजी वाहनों की संख्यालगातार बढ़ रही है और हवा की गुणवत्ता गिर रही है। इस समस्या को हलकरने के लिए महाराष्ट्र और दिल्ली में कई विनियामक एवं नीतिगत हस्तक्षेपकिए गए हैं, सरकार भी बाईक टैक्सियों के संचालन को बढ़ावा दे रही है।
भारत के कई राज्यों जैसे गोवा, असम और मेघालय पहले से बाईक टैक्सीको अनुमति दे चुके हैं, जो परिवहन का सुविधाजनक एवं किफ़ायती विकल्पसाबित हुआ है। यह विकल्प न सिर्फ यातायात की समस्याओं को हल करताहै बल्कि नौकरियों के अवसर भी उपलब्ध कराता है। कई एशियाई देशों मेंबाईक टैक्सी का संचालन पहले से जारी है, जो लास्ट माईल कनेक्टिविटीएवं प्रदूषण की समस्या के लिए प्रभावी समाधान उपलब्ध कराता है।
देश में बाईक टैक्सी के संचालन को सुगम बनाने के उद्देश्य के साथ महाराष्ट्रसरकार ने राज्य में ऑनलाईन कैब एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म्स के संचालन कोविनियमित करने के लिए छह सदस्यों की समिति बनाई है। इसी तरह दिल्लीसरकार भी दिल्ली में बाईक टैक्सियों के संचालन को आसान बनाने के लिएएग्रीगेटर पॉलिसी बना रही है। बाईक टैक्सी सेक्टर के लिए विनियामकढांचा अधिक विनियमित एवं औपचारिक होना चाहिए, इससे जहां एक ओरगिग वर्कर्स को बेहतर अवसर मिलेंगे, वहीं दूसरी ओर लोगों को भीकिफ़ायती समाधान प्राप्त होंगे।
परिवहन में टेकनोलॉजी को शामिल करने वाले एग्रीगेटर्स को उम्मीद है किसरकार बाईक टैक्सियों के सुगम संचालन को बढ़ावा देगी। उन्हें उम्मीद हैकि बाईक टैक्सी को कमर्शियल वाहन के रूप में बढ़ावा देने के लिए नएप्रावधान लाए जाएंगे, इससे अधिक से अधिक गिग वर्कर्स को रोज़गार केअवसर मिलेंगे और साथ ही आम लोग भी किफ़ायती समाधानों से लाभान्वितहो सकेंगे। प्रोफेशनल बैजिंग के द्वारा सुरक्षा एवं मॉनिटरिंग की समस्या कोहल किया जा सकता है।
वर्तमान में कई एग्रीगेटर्स जैसे रैपिडो भारत के बाईक टैक्सी सेक्टर कोऔपचारिक बनाने में योगदान दे रहे हैं। ये एग्रीगेटर राईड को टै्रक औरमॉनिटर कर सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं, हर कैप्टन को चार चरणों केवैरिफिकेशन चैक से गुज़रना होता है। ऐप पर कई अन्य फीचर्स भी हैं जैसेट्रिप शेयरिंग, इन्फोर्मेशन मास्किंग, एसओएस बटन और कैप्टन कीजानकारी। जो उपभोक्ताओं के लिए राईड को सुरक्षित एवं भरोसेमंद बनातेहैं।
परिवहन के आधुनिक समाधान उपलब्ध कराने वाले रैपिडो जैसे एग्रीगेटर्सवर्कर्स को ज़रूरी कौशल के साथ आय के अवसर भी प्रदान करते हैं। सरकारद्वारा पेश किए गए नीतिगत हस्तक्षेपों एवं एग्रीगेटर्स के प्रयासों के चलतेउम्मीद है कि आने वाले सालों में भारत का बाईक टैक्सी सेक्टर तेज़ी सेविकसित होगा। जिससे परिवहन के बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, नौकरियोंके अवसर उत्पन्न होंगे और साथ ही स्वच्छ पर्यावरण को भी बढ़ावा मिलेगा।