- नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में यूपी हेल्थ समिट के आयोजन में बोले फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन
नोएडा (अमन इंडिया ) । नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में मंगलवार को यूपी हेल्थ समिट का आयोजन बड़े उत्साह के साथ किया गया। इस समिट में देश भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों, चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े पेशेवरों और छात्रों ने भाग लिया। समिट का मुख्य उद्देश्य राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम विकास और चुनौतियों पर चर्चा करना था। इस अवसर पर फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ. डीके गुप्ता ने डिजिटल हेल्थ केयर विषय पर एक महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। अपने संबोधन में डिजिटल हेल्थ केयर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कैसे तकनीकी प्रगति ने चिकित्सा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं। उन्होंने डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के विभिन्न पहलुओं, जैसे टेलीमेडिसिन, ई-हेल्थ रिकॉर्ड्स, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग पर विस्तार से चर्चा की। डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ा रही हैं, बल्कि इन सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार कर रही हैं। उन्होंने टेलीमेडिसिन के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में विशेषज्ञों से परामर्श प्राप्त करने के फायदे और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच में डिजिटल तकनीक की भूमिका पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने मरीजों के ई-हेल्थ रिकॉर्ड्स को डिजिटल रूप में संग्रहीत करने के फायदों पर भी बात की, जिससे चिकित्सा देखभाल की गुणवत्ता और तेजी में वृद्धि हो सकती है। डिजिटल हेल्थ केयर एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा देखभाल को सुधारने और आधुनिक बनाने के लिए डिजिटल तकनीक का उपयोग किया जाता है। इसमें स्वास्थ्य सेवाओं के वितरण, प्रबंधन और निगरानी के लिए डिजिटल उपकरणों, सॉफ़्टवेयर और डेटा का व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है। डिजिटल हेल्थ केयर का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुलभ, सटीक और प्रभावी बनाना है। टेलीमेडिसिन में डॉक्टर और मरीज के बीच वीडियो कॉल या अन्य डिजिटल माध्यमों से परामर्श किया जाता है। यह विशेष रूप से उन क्षेत्रों में उपयोगी है जहां चिकित्सा सेवाएं सीमित हैं या मरीज के लिए अस्पताल जाना मुश्किल है। ई-हेल्थ रिकॉर्ड्स मरीजों की चिकित्सा जानकारी, जैसे बीमारी का इतिहास, दवाइयों की सूची, और परीक्षणों के परिणामों को डिजिटल रूप में संग्रहीत किया जाता है। इससे डॉक्टरों को तेजी से और सटीक रूप में जानकारी प्राप्त होती है, जिससे बेहतर चिकित्सा देखभाल संभव हो पाती है। मोबाइल हेल्थ एप्लिकेशंस ये एप्लिकेशंस मरीजों को अपनी सेहत पर नज़र रखने, डॉक्टर से जुड़ने, और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त करने में मदद करती हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई का उपयोग स्वास्थ्य सेवाओं में बीमारियों की पहचान, निदान, और उपचार के लिए किया जा रहा है। यह तकनीक बड़े पैमाने पर डेटा का विश्लेषण करके सटीक और तेज़ परिणाम प्रदान करती है। वियरेबल डिवाइस ये उपकरण, जैसे फिटनेस ट्रैकर्स और स्मार्टवॉच, लगातार स्वास्थ्य संबंधी डेटा जैसे हृदय गति और शारीरिक गतिविधियों को मॉनिटर करते हैं और उपयोगकर्ता को उनकी सेहत के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। डिजिटल हेल्थ केयर का लक्ष्य मरीजों और डॉक्टरों दोनों के लिए चिकित्सा सेवाओं को अधिक सुविधाजनक और किफायती बनाना है। जिससे पूरी स्वास्थ्य प्रणाली की दक्षता और गुणवत्ता में सुधार हो सके। समिट के अन्य सत्रों में भी विभिन्न चिकित्सा और स्वास्थ्य संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। इस समिट ने एक ऐसा मंच प्रदान किया, जहां स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों ने अपने अनुभव और ज्ञान का आदान-प्रदान किया। जिससे भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए नए दृष्टिकोण और समाधानों की खोज की जा सके।