*बच्चों के पार्क में छठ पूजा के आयोजन पर स्थानीय लोगों में ग़ुस्सा
-बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंताएँ
-डी ब्लॉक पार्क में तालाब खोदने की अनुमति पर कड़ा विरोध।
-नोएडा अथॉरिटी यहीं बग़ल के पार्क में 22 सालों करती है छठ घाट का निर्माण।
-राजनैतिक कारणों से एक गुट बच्चों के पार्क में तालाब बनाने पर दिखा रहा है अड़ियल रवैया।
नोएडा (अमन इंडिया ) । सेक्टर-71 में स्थानीय निवासियों में इस बार छठ पूजा के आयोजन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। शिवशक्ति अपार्टमेंट (EWS) स्थित बच्चों के पार्क में तालाब बनाने और छठ पूजा की अनुमति दिए जाने के बाद स्थानीय लोग इस फ़ैसले पर कड़ी आपत्ति जता रहे हैं। यहाँ से महज़ 200 मीटर की दूरी पर नोएडा अथॉरिटी द्वारा पिछले 22 वर्षों से छठ घाट का निर्माण किया जा रहा है, और वहीं इस आयोजन को हर साल किया भी जाता है जहां श्री सहयोग छठ पूजा समिति (रजिस्टर्ड) हर साल छठ का आयोजन करती है इसके बावजूद कुछ लोगों ने गुट बनाकर अपनी राजनीति चमकाने के लिए शिवशक्ति छठ पूजा समिति के नाम एक समिति बनाई जो रजिस्टर्ड भी नहीं है एवं बच्चों के खेलने वाले पार्क में गड्ढा कर तालाब बनाने पर उतारू है। इन लोगों ने कथित तौर पर हार्टिकल्चर डिपार्टमेंट से बच्चों के पार्क में पूजा आयोजन के लिए अनुमति प्राप्त कर ली है। लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि ये अनुमति विभाग को धोखे में रखकर प्राप्त की गई है। उक्त पार्क में बच्चों के लिए हट बने हैं एवं झूले-स्लाइड लगे हैं इसकी जानकारी बिना प्रस्तुत किये अनुमति प्राप्त की गई है। सबसे बड़ा प्रश्न ये है कि जब हर साल यहाँ नोएडा अथॉरिटी छठ व्रतियों के लिए छठ घाट का निर्माण करती ही है तो यहीं बग़ल में एक और पार्क में तालाब बनाने का क्या औचित्य है?
स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है और उनका कहना है कि यह पार्क बच्चों के खेलने, महिलाओं के घूमने, और बुजुर्गों के आराम के लिए बनाया गया है। तालाब बनाकर यहाँ छठ पूजा करने से बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इस पार्क में बच्चों के झूले लगे हैं, और नियमित तौर पर महिला एवं बुजुर्ग लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। पार्क में खुदाई से झूले एवं अन्य संरचनाओं को नुकसान हो सकता है, साथ ही पानी का तालाब बन जाने से छोटे बच्चों की सुरक्षा चिंताएँ भी बढ़ जाती हैं।
स्थानीय निवासियों ने जताया रोष, प्राधिकरण से की अपील स्थानीय निवासियों ने नोएडा अथॉरिटी और हार्टिकल्चर डिपार्टमेंट से इस अनुमति को रद्द करने की अपील की है। उनका कहना है कि यदि 200 मीटर की दूरी पर पहले से ही एक छठ घाट उपलब्ध है, तो ऐसे में एक छोटे से बच्चों के पार्क में तालाब बनाने की कोई ज़रूरत नहीं है। सेक्टर-71 में स्थित इस छठ घाट पर हर साल समाज के सभी लोग मिल-जुल कर छठ पूजा का आयोजन करते आए हैं। ऐसे में एक नए बैनर के अंतर्गत बच्चों के पार्क में तालाब बना कर पूजा करना स्थानीय लोगों को अनुचित लग रहा है।
“राजनीति के चलते बच्चों की सुरक्षा पर संकट क्यों कुछ निवासियों ने इसे राजनीति का एक हिस्सा बताया और प्रश्न उठाया कि “राजनीति के चलते बच्चों की सुरक्षा को क्यों खतरे में डाला जा रहा है?” उनका कहना है कि अगर किसी गुट को छठ पूजा करनी है, तो वे पहले से बने छठ घाट पर आकर इसे मना सकते हैं, जहां समाज के सभी लोग वर्षों से एक साथ पूजा करते आए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवशक्ति छठ पूजा समिति ने हार्टिकल्चर विभाग से गलत जानकारी देकर पार्क की बुकिंग करा ली है, बिना जांच किए ही ऐसी अनुमति दे कर हार्टिकल्चर विभाग ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है।
विवाद और स्थानीय लोगों का विरोध स्थानीय निवासियों का आरोप है कि यह निर्णय एक बड़े विवाद को जन्म दे सकता है। लोगों में इस बात को लेकर रोष है कि जब नोएडा अथॉरिटी पिछले 22 सालों से छठ पूजा के लिए घाट उपलब्ध करा रही है, तो फिर बच्चों के पार्क में पूजा की अनुमति क्यों दी जा रही है। निवासियों का कहना है कि बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और इस विवाद को बढ़ने से रोकने के लिए अनुमति को तत्काल रद्द किया जाना चाहिए। स्थानीय निवासियों की यह अपील है कि पार्क में बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए नोएडा अथॉरिटी तुरंत हस्तक्षेप करे और इस विवाद का तुरंत ही पटाक्षेप करे।