नोएडा (अमन इंडिया ) । कैलाश अस्पताल हार्ट & इंस्टिट्यूट सेक्टर 27 नोएडा में गैर संक्रामक रोगों और उनके रोकथाम पर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस आयोजन का संयुक्त रूप से संचालन इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (IAP) और कैलाश अस्पताल नोएडा द्वारा किया गया।इस सम्मेलन का उद्देश्य NCDs से संबंधित जीवनशैली के विकल्प पालन-पोषण और रोकथाम के उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।विशेष रूप से किशोरों और वयस्कों में। एक कार्यशाला के बाद यह एक दिवसीय सम्मेलन हुआ। जिसमें NCDs की रोकथाम पर चर्चा की गई।
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य NCDs की बढ़ती prevalance और रोकथाम के लिए जरूरी कदमों पर चर्चा करना था। यह विषय अत्यधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में NCDs की prevalance समय के साथ बढ़ी है। उदाहरण के लिए, 1995 में NCDs की prevalance 8.6% थी, जो अब तीन गुना बढ़ चुकी है। वर्तमान में, NCDs भारत में कुल मौतों का 60% कारण हैं, और यह अनुमान है कि 2030 तक NCDs के कारण मृत्यु दर 75% तक बढ़ जाएगी।
इस चिंताजनक प्रवृत्ति को देखते हुए, भारत सरकार ने केवल NCDs के इलाज पर ही नहीं, बल्कि उनके रोकथाम पर भी अपने प्रयासों को केंद्रित करने का संकल्प लिया है। इस पहल का समर्थन करने के लिए, इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (IAP) ने संकल्प सम्पूर्ण स्वस्थ मिशन की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य स्कूल के बच्चों, शिक्षकों और माता-पिता को जंक फूड, शुगर ड्रिंक, कार्बोनेटेड बेवरेजेस और फास्ट फूड से बचने के बारे में शिक्षित करना है। यह मिशन खाद्य लेबल पढ़ने और सकारात्मक पालन-पोषण को बढ़ावा देने का भी कार्य करता है।
IAP ने इस पहल के तहत 75210 अवधारणा को प्रस्तुत किया है, जिसमें निम्नलिखित अनुशंसाएँ की गई हैं:
•7 घंटे की बिना विघ्न वाली नींद
•5 फल और सब्जियाँ
•2 घंटे या उससे कम स्क्रीन टाइम
•1 घंटा शारीरिक गतिविधि
•0 कार्बोनेटेड और शुगर ड्रिंक्स
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई प्रमुख व्यक्तित्वों ने भाग लिया।जिनमें शामिल थे। डॉ. अरविंद गर्ग, डॉ. रुचिरा गुप्ता, डॉ. हिमांशु त्यागी, डॉ. सुबाश चंद्र, डॉ. अजीत सक्सेना, डॉ. मोहन ,डॉ. दीपा इसके अतिरिक्त, नोएडा के बाहर के विशिष्ट अतिथि भी सम्मेलन में शामिल हुए, जिनमें शामिल डॉ. सी. निर्मला (हैदराबाद), डॉ. प्रीति (बैंगलोर), डॉ. उमेश (छत्तीसगढ़), डॉ. जुगेश और अन्य कई विशिष्ट अतिथि जिन्होंने NCDs के खिलाफ वैश्विक जागरूकता कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। सम्मेलन का समापन सभी उपस्थित व्यक्तियों के इस संकल्प के साथ हुआ कि वे NCDs की रोकथाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए जागरूकता फैलाने में एक साथ काम करेंगे।