फोर्टिस एस्कॉर्ट्स ओखला रोड नई दिल्ली ने लॉन्च किया
अत्याधुनिक सर्जिकल रोबोट बेहतर क्लीनिकल परिणामों के लिए मिनीमली इन्वेसिव सर्जरी में क्रांति
नई दिल्ली (अमन इंडिया ) । फोर्टिस एस्कॉर्ट्स ओखला रोड नई दिल्ली ने आज नेक्स्ट जेन सर्जिकल रोबोट लॉन्च कर कार्डियोथोरेसिक एंड वास्क्युलर सर्जरी (सीटीवीएस), यूरोलॉजी एवं जीआई सर्जरी के क्षेत्र में नए मानक रचे हैं। यह सर्जिकल रोबोट वास्तव में, नेक्स्ट-जेन मेडिकल टेक्नोलॉजी है जो जटिल सर्जरी को सटिक और नियंत्रित तरीके से पूरा करने में मददगार साबित होगी। यह रोबोटिक-एसिस्टेड सर्जरी में उल्लेखनीय प्रगति है, जो मिनीमली इन्वेसिव प्रक्रियाओं को साकार करेगी जिससे सर्जरी के बाद मरीजों का रिकवरी समय घटेगा और जटिलताओं से जुड़े जोखिमों में भी कमी आएगी। कुल-मिलाकर, मरीजों को इससे बेहतर लाभ मिलेगा।
इस सर्जिकल रोबोट को मुख्य अतिथि श्रीमती स्मृति ईरानी (भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री) ने लॉन्च किया। इस अवसर पर, डॉ अशोक सेठ, चेयरमैन, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट एंड फोर्टिस हेल्थकेयर मेडिकल काउंसिल, डॉ बिष्णु पाणिग्रहि, ग्रुप हेड – एमएसओजी, डॉ. जेड एस मेहरवाल – चेयरमैन और प्रमुख - वयस्क कार्डियक सर्जरी, वीएडी कार्यक्रम और हृदय प्रत्यारोपण फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला, नई दिल्ली, डॉ ऋत्विक राज भुयान, डायरेक्टर, एडल्ट कार्डियाक सर्जरी, डॉ मिलिंद होते, डायरेक्टर, एडल्ट कार्डियाक सर्जरी, डॉ परेश जैन, डायरेक्टर, यूरोलॉजी एंड किडनी ट्रांसप्लांट, डॉ संजय वर्मा, डायरेक्टर, मिनीमल एक्सेस, जीआई एंड बेरियाट्रिक सर्जरी एवं डॉ विक्रम अग्रवाल, फेसिलिटी डायरेक्टर, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला भी उपस्थित थे।
लॉन्च के अवसर पर, भारतीय जनता पार्टी नेता और पूर्व कंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने कहा, “मैं सर्जिकल रोबोट जैसी उन्नत मेडिकल टेक्नोलॉजी को अपनाने की दिशा में नेतृत्व प्रदान करने के लिए फोर्टिस हेल्थकेयर को बधाई देती हूं। यह नवाचार मरीजों की देखभाल, उनकी त्वरित रिकवरी और मिनीमली इन्वेसिव प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उत्कृष्टता के प्रति फोर्टिस की प्रतिबद्धता यह सुनिश्चित करती है कि मरीजों को वर्ल्ड-क्लास उपचार की सुविधा मिले और यह हेल्थकेयर इनोवेशन के क्षेत्र में भारत की अग्रणी स्थिति को और मजबूती देगी।”
डॉ ऋत्विक राज भुयान, डायरेक्टर, एडल्ट कार्डियाक सर्जरी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला, नई दिल्ली ने कहा, “सर्जिकल रोबोट अन्य सर्जिकल प्रणालियों से इस मायने में अलग है कि इसका ओपन कंसोल डिजाइन होने की वजह से सर्जन को सर्जरी साइट का 3D दृश्य दिखायी देता है। इससे सटीकता बढ़ती है और कार्डियाक प्रक्रियाओं के दौरान ज्यादा बड़े आकार की हड्डी को काटने की जरूरत नहीं रहती। 360-डिग्री विज़न से आंतरिक संरचनाओं को अधिक स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, परिणामस्वरूप अधिक कुशलतापूर्वक तरीके से टिश्यू हैंडलिंग की जा सकती है और पोस्ट-सर्जिकल ट्रॉमा अपेक्षाकृत कम होता है। कार्डियाक बायापास ऑपरेशंस में, यह अवरुद्ध धमनियों में रक्त की पूरी तरह से बहाली को सक्षम बनाता है और सर्जरी की वजह से पैदा होने वाले निशान भी न्यूनतम होते हैं। इसके अलावा, कुछ खास किस्म की वाल्व रिपेयरिंग प्रक्रियाओं और हृदय के अन्य जन्मजात दोषों को बंद करने का काम भी केवल 2 छोटे आकार के पिन होल इन्साइज़न (चीरे) से पूरा किया जाता है, और सर्जरी के 3 दिनों के अंदर मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है।”
डॉ ऋत्विक राज भुयान ने कहा, “हाल में हमने असम से आए 70-वर्षीय एक मरीज का उपचार सर्जिकल रोबोट की मदद से किया। मरीज के हृदय की धमनियों में काफी रुकावट थीं। इससे पहले, वह दिल्ली के ही एक अन्य अस्पताल में एंजियोप्लास्टी करवा चुके थे। हालांकि यह प्रक्रिया सफल रही थी लेकिन एक सप्ताह बाद ही उन्हें सीने में दर्द की शिकायत रहने लगी थी जिससे राहत के लिए उन्हें दवाएं देनी पड़ी थीं। इसके बावजूद, उनकी स्थति में कोई सुधार नहीं हुआ तो उन्हें ओपन-हार्ट सर्जरी (कोरोनरी आर्टरी बायपास ग्राफ्टिंग) करवाने की सलाह दी गई ताकि
ब्लॉक हो चुके स्टेंट्स को निकाला जा सके। ओपन-हार्ट सर्जरी से जुड़ी जोखिमों के मद्देनज़र, खासतौर से उनकी कमजोर हड्डियों के चलते, मरीज ने हमारी राय मांगी। इस मामले का गहराई से मूल्यांकन करने के बाद हमने सर्जिकल रोबोट की सहायता से रोबोटिक-एसिस्टेड हार्ट बायपास ऑपरेशन करने का फैसला किया। इससे हड्डी काटने की जरूरत नहीं पड़ी, मरीज को दर्द भी कम हुआ और खून भी कम बहा। हमने उनकी तीनों अवरुद्ध धमनियों को सफलतापूर्वक खोला और इसके बाद मरीज ने काफी सहज तरीके से स्वास्थ्यलाभ किया।”
डॉ संजय वर्मा, डायरेक्टर, मिनीमल एक्सेस, जीआई एंड बेरियाट्रिक सर्जरी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला, नई दिल्ली ने कहा, “हाल ही में हमने ग्रॉइन हर्निया से पीड़ित 60-वर्षीय मरीज का उपचार किया। मरीज के ग्रॉइन में एक उभार पैदा हो गया था जो कि पेड़ू की सतह (एब्डॉमिनल वॉल) में एक कमजोर स्थल से टिश्यू के बाहर की ओर दबाव डालने के कारण बना था। हमने रोबोट की मदद से मरीज की रोबोटिक बाइलेटरल इन्ज्यूनल हर्नियोप्लास्टी सर्जरी की। यह मिनीमली इन्वेसिव प्रक्रिया है जो ग्रॉइन के दोनों तरफ रोबोटिक सिस्टम की मदद से हर्निया को रिपेयर करती है। यह रोबोट सर्जिकल प्रक्रियाओं को बेहतर और अधिक कुशल बनाने के साथ-साथ मरीजों के लिए बेहतर परिणाम सुनिश्चित करने के मकसद से डिजाइन किया गया है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से सही रही और मरीज को सर्जरी के दूसरे दिन अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई और अब वह अपनी दैनिक गतिविधियों को खुद करने में सक्षम हैं।
डॉ संजय वर्मा ने कहा, “रोबोट की मदद से सर्जरी करना मरीज के लिए काफी फायदेमंद होता है। रोबोटिक आर्म की 360-डिग्री मूवमेंट और फ्लेक्सिबिलिटी होती है। इससे सर्जन को किसी भी कोण से मरीज पर ऑपरेट करने में मदद मिलती है। साथ ही, रोबोटिक सर्जरी का एक और फायदा यह होता है कि मरीज की आंतरिक संरचनाओं को अधिक बड़े आकार में दिखायी देती है, इस मैग्नीफाइड व्यू के मिलने से किसी भी जटिल मामले को ऑपरेट करने में सहायता मिलती है।
डॉ परेश जैन, डायरेक्टर, यूरोलॉजी एंड किडनी ट्रांसप्लांट, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला, नई दिल्ली ने कहा, “66-वर्षीय एक बुजुर्ग किडनी ट्यूमर से पीड़ित थे जिनका इलाज हमने रोबोटिक पार्शियल नेफ्रोक्टॅमी की सहायता से किया। यह किडनी ट्यूमर निकालने के लिए मिनीमली इन्वेसिव सर्जिकल प्रक्रिया है जो हेल्दी किडनी को सुरक्षित रखती है। इस प्रक्रिया को रोबोट की मदद से अंजाम दिया गया था और यह मिनीमली इन्वेसिव सर्जरी के क्षेत्र में एडवांस सुविधाओं तथा रोबोटिक टेक्नोलॉजी से मिलने वाली सटीकता को दर्शाती है। सर्जरी के दौरान मरीज को ब्लीडिंग कम हुई और रिकवरी भी तेजी से हुई, तथा ट्यूमर को भी उनके गुर्दे से निकाल दिया गया, जो इस टेक्नोलॉजी की क्षमताओं का सबूत है। इन परिणामों से न सिर्फ मरीज की जीवन गुणवत्ता बेहतर बनाने में मदद मिली बल्कि इसने भविष्य में भी इस प्रकार के मामलों के लिए नए मानक तैयार किए हैं।
डॉ बिष्णु पाणिग्रहि, ग्रुप हेड – मेडिकल स्ट्रेटेजी एंड ऑपरेशंस, फोर्टिस हेल्थकेयर ने कहा, “फोर्टिस हेल्थकेयर ने एडवांस रोबोटिक टेक्नोलॉजी को अपनी सर्जिकल प्रक्रियाओं में शामिल कर रोबोट-एसिस्टेड इंफ्रास्ट्रक्चर को काफी मजबूती दी है। हाल में शामिल सर्जिकल रोबोट इसका प्रमाण है। फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला में इस आधुनिक और एडवांस टेक्नोलॉजी की उपलब्धता हेल्थकेयर के क्षेत्र में अत्याधुनिक इनोवेशंस को लागू करने की संस्थान की प्रतिबद्धता दर्शाती है, जिससे मरीजों के लिए वर्ल्ड-क्लास मेडिकल केयर और बेहतर परिणाम सुनिश्चत होते हैं।